Sunday, November 25, 2007

नंदन

नंदन
बालगीत -डा.नंदन
(1)
भारत माँ के बच्चे हैं हम........

भारत माँ के बच्चे हैं हम,हिन्दू न मुसलमान हैं, सिक्ख ईसाई बौद्ध पारसी सबका एक ईमान है।
भारत माँ के बच्चे हैं हम.......... ऋषि-मुनि सूफी-संतों का हमें मिला वरदान है, सत्य-अहिंसा की राह दिखाते वेदऔर कुरान है। मानवता है धर्म हमारा प्रेम सरस सहगान है,
बना रहे यह भाईचारा यही एक अरमान है।। भारत माँ के बच्चे हैं हम.......... मंदिर-मस्जिद सजते सुंदर भजन और अजान है,
इसी देश में रहते जीजस, अल्लाहऔर भगवान है।
जगमग दीप दीपावली के होली, ईद , रमज़ान है,
ओणम-पोंगल क्रिसमस-बैसाखी सभी पर्व समान है।।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
हम निर्भय निश्छ्ल है हम सहज सरल बलवान हैं,
भाषा अलग पर भाव एक यह अपना अभिमान है।
यहाँ सभी जन भारतवासी कहता यह संविधान है, यह देश हमारा दिल है हम इस पर ही कुर्बान हैं।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
भारत माँ के बच्चे हैं हम,हिन्दू न मुसलमान हैं, सिक्ख ईसाई बौद्ध पारसी सबका एक ईमान है।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
============********==========
(2)
भारतमाता
जय हे,जय-जय,भारत माता
जन-गण-मन से तेरा नाता
जय हे,जय-जय,भारत माता
नीला अंबर साज है तेरा तुंग हिमालय ताज है तेरा तेरी महिमा सागर गाता
जय हे,जय-जय,भारत माता ।
तुम जननी हो जन कल्याणी तुम ही पद्मा तुम ही भवानी
तुम हो सरला तुम्ही सरुपा
तेरा गुण है अतुल अनूपा सुंदर रुप है सबको भाता
जय हे,जय-जय,भारत-माता ।
तुम अन्नपूर्णा वसुंधरा है
तेरा आँचल भाव भरा है
संस्कृत-हिंदी सुंदर भाषा
पूरी करती सबकी आशा सभी जाति-धर्मों का मेला
यहाँ नही है कोई अकेला जन-गण-मन से तेरा नाता
जय हे,जय-जय,भारत माता ।





(3)

आओ हम गाँधी बन जाएँ..........



आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
सत्य अहिंसा को अपनाकर सादा जीवन पाएँ जाति-धर्म का भेद भुलाकर सबको गले लगाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
करें प्रतिज्ञा हम सब मिलकर मानवता अपनाएँ विश्वशांति हो ध्येय हमारा सरस शांति गीत गाएँ
देश हमारा सबसे न्यारा इस पर हम मिट जाएँ
सबको सब अधिकार मिले,आजादी का पर्व मनाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
जन्मभूमि यह कर्मभूमि भारत की शान बढाएँ मातृभूमि यह सबकी माता इसको शीश झुकाएँ आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ.......................
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ.......................




(4)
हम बच्चे हैं



हम बच्चे हैं, हम सच्चे हैं यही हमारा गान है, भारत देश महान है....(.2)
हम भोले हैं, हम अच्छे हैं
यही देश का मान है भारत देश महान है....(.2)
हम में गाँधी, हम में नेहरु
हम ही में वीर जवान हैं
भारत देश महान है....(.2)
हम हैं राजा इस धरती के
यही हमारी शान है
भारत देश महान है....(.2)
इस देश में जन्म लिए हम
इस मिट्टी पर कुर्बान हैं
भारत देश महान है....(.2)
हम बच्चे हैं, हम सच्चे हैं यही हमारा गान है, भारत देश महान है....(.2)

बालगीत

बालगीत -डा.नंदन
(1)
भारत माँ के बच्चे हैं हम........

भारत माँ के बच्चे हैं हम,हिन्दू न मुसलमान हैं,
सिक्ख ईसाई बौद्ध पारसी सबका एक ईमान है।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
ऋषि-मुनि सूफी-संतों का हमें मिला वरदान है,
सत्य-अहिंसा की राह दिखाते वेदऔर कुरान है।
मानवता है धर्म हमारा प्रेम सरस सहगान है,
बना रहे यह भाईचारा यही एक अरमान है।।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
मंदिर-मस्जिद सजते सुंदर भजन और अजान है,
इसी देश में रहते जीजस, अल्लाहऔर भगवान है।
जगमग दीप दीपावली के होली, ईद , रमज़ान है,
ओणम-पोंगल क्रिसमस-बैसाखी सभी पर्व समान है।।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
हम निर्भय निश्छ्ल है हम सहज सरल बलवान हैं,
भाषा अलग पर भाव एक यह अपना अभिमान है।
यहाँ सभी जन भारतवासी कहता यह संविधान है,
यह देश हमारा दिल है हम इस पर ही कुर्बान हैं।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
भारत माँ के बच्चे हैं हम,हिन्दू न मुसलमान हैं,
सिक्ख ईसाई बौद्ध पारसी सबका एक ईमान है।
भारत माँ के बच्चे हैं हम..........
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(2)
भारतमाता

जय हे,जय-जय,भारत माता
जन-गण-मन से तेरा नाता
जय हे,जय-जय,भारत माता
नीला अंबर साज है तेरा
तुंग हिमालय ताज है तेरा
तेरी महिमा सागर गाता
जय हे,जय-जय,भारत माता ।
तुम जननी हो जन कल्याणी
तुम ही पद्मा तुम ही भवानी
तुम हो सरला तुम्ही सरुपा
तेरा गुण है अतुल अनूपा
सुंदर रुप है सबको भाता
जय हे,जय-जय,भारत-माता ।
तुम अन्नपूर्णा वसुंधरा है
तेरा आँचल भाव भरा है
संस्कृत-हिंदी सुंदर भाषा
पूरी करती सबकी आशा
सभी जाति-धर्मों का मेला
यहाँ नही है कोई अकेला
जन-गण-मन से तेरा नाता
जय हे,जय-जय,भारत माता ।


(3)

आओ हम गाँधी बन जाएँ..........


आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
सत्य अहिंसा को अपनाकर सादा जीवन पाएँ
जाति-धर्म का भेद भुलाकर सबको गले लगाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
करें प्रतिज्ञा हम सब मिलकर मानवता अपनाएँ
विश्वशांति हो ध्येय हमारा सरस शांति गीत गाएँ
देश हमारा सबसे न्यारा इस पर हम मिट जाएँ
सबको सब अधिकार मिले,आजादी का पर्व मनाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ........................
जन्मभूमि यह कर्मभूमि भारत की शान बढाएँ
मातृभूमि यह सबकी माता इसको शीश झुकाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ.......................
आओ हम गाँधी बन जाएँ, वंदे मातरम् गाएँ
आओ हम गाँधी बन जाएँ.......................


(4)
हम बच्चे हैं


हम बच्चे हैं, हम सच्चे हैं
यही हमारा गान है,
भारत देश महान है....(.2)
हम भोले हैं, हम अच्छे हैं
यही देश का मान है
भारत देश महान है....(.2)
हम में गाँधी, हम में नेहरु
हम ही में वीर जवान हैं
भारत देश महान है....(.2)
हम हैं राजा इस धरती के
यही हमारी शान है
भारत देश महान है....(.2)
इस देश में जन्म लिए हम
इस मिट्टी पर कुर्बान हैं
भारत देश महान है....(.2)
हम बच्चे हैं, हम सच्चे हैं
यही हमारा गान है,
भारत देश महान है....(.2)

Wednesday, November 14, 2007

ssdhurwe@gmail.com

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- नंदन